श्रीकृष्ण जन्माष्टमी एक परिचय
Om-Shiva
हर वर्ष भगवान श्री कृष्णजी का जन्म भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की शुभ अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। क्योंकि इस दिन भगवान श्री विष्णुजी के 16 कलाओं से युक्त पूर्णावतार,भगवान श्री कृष्णजी ने धर्म की संस्थापना हेतु माता श्रीदेवकीजी के गर्भ से मथुरा नामक पावन नगरी में मानव रूप में अवतार लिया था। भगवान विष्णुजी के आठवें अवतार योगेश्वर भगवान श्री कृष्णजी का जन्म द्वापर युग के अंत में भाद्रपद मास की शुभ अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में एक भयानक राक्षस कंस के अत्याचारों से धरती माता को मुक्त कराने के लिए हुआ था। इसी उपलक्ष्य में हमारे सनातन धर्म में श्री कृष्ण जन्माष्टमी को एक प्रमुख त्योहार की दृष्टि से देखा जाता है, और सम्पूर्ण देश-दुनियां में बड़े हर्षोल्लास से इस त्यौहार को मनाया जाता है।
इस दिन समस्त मंदिरों में बड़ी मनमोहक सजावट की जाती है और लोग अपने घरों में भी झांकियां आदि सजाकर भगवान श्रीकृष्ण जी का जन्म कराते हैं और छप्पन भोग लगाकर अपनी पूजा उपासना करते हैं। तुलसी दल युक्त माखन, मिश्री, दूध दही, पंजीरी और रामदाने के लड्डू, फल इत्यादि भगवान श्री कृष्णजी के प्रिय भोग है।
इस वर्ष किस दिन है जन्माष्टमी?
वर्तमान वर्ष 2024 में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की शुभ तिथि दिनांक 26 अगस्त, दिन सोमवार को पड़ रही है। साथ में एक अत्यंत शुभ योग, जयंती योग एवं सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा। इस समय यदि भगवान श्री कृष्ण की पूजा उपासना की जायेगी तो अक्षय पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
पूजन का मुहूर्त?
इस बार 26 अगस्त को सुबह 3 बजकर 40 मिनट से अष्टमी तिथि शुरू होगी और 27 अगस्त को सुबह 02 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगी। दिनांक 26 अगस्त के सूर्योदय काल से ही व्रत का प्रारम्भ होगा और व्रत का पारण 27 अगस्त को सुबह 06 बजे के बाद होगा।
रात्रि पूजन मुहूर्त?
रात्रि 12:00 बजे से रात्रि 12:45 बजे तक।
अपनी जन्म चंद्र राशि अनुसार क्या भोग लगाएं?
यदि उपासक इस विशिष्ट दिन अपनी जन्म चंद्र राशि अनुसार भगवान को भोग लगाकर उनकी उपासना करते हैं तो उन्हें भगवान का आशीर्वाद अवश्य प्राप्त होगा।
01 मेष राशि- मेवे और तुलसी दल सहित आटा की पंजीरी का भोग लगाएं।
02 वृष राशि- शुद्ध दूध से बनी मिठाई , खीर का तुलसी पत्र डालकर भोग लगाएं।
03 मिथुन राशि- इस राशि के जातक शुद्ध घी में बने हरे मूंग के तुलसी दल युक्त लड्डू या हलवे का भोग लगाएं।
04- कर्क राशि- कर्क राशि के जातक भोग में बेसन की पंजीरी, श्री खण्ड अर्पित करें।
05 सिंह राशि- इस राशि के जातक भगवान को अन्य द्रव्यों के साथ धनिया की पंजीरी अवश्य अर्पित करें।
06 कन्या राशि- कन्या राशि के जातक भोग में दही और बेसन के लड्डू अर्पित करें।
07 तुला राशि- इस राशि के जातक माखन, मिश्री और चावल के खीर का भोग अर्पित करें।
08 वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि वाले लाल पेड़े और नारियल की बर्फी अर्पित करें।
09 धनु राशि- इस राशि के जातक केसर युक्त मेवे और खोए की मिठाई का भोग अर्पित करें।
10 मकर राशि- मकर राशि के जातक भगवान को नारियल युक्त मखाने की खीर का भोग लगाएं।
11 कुम्भ राशि- इस राशि के जातक अन्य प्रसादों के साथ ताजे नारियल के लड्डू, और पँचमेवे युक्त आटे के लड्डूओ का भोग लगाएं।
12 मीन राशि – इस राशि के जातक केसर युक्त पीले बेसन के लड्डू या बेसन का हलुवा अर्पित करें।
इस प्रकार से भोग अर्पित करते हुए जातक पूजन करें और प्रभु से कल्याण की कामना करें। ध्यान रहे, प्रत्येक भोग-प्रसाद में तुलसी दल अत्यंत आवश्यक है।
– ज्योतिषाचार्य ऋचा श्रीवास्तव
Ashish
August 20, 2024 at 8:22 pm
Thanks for sharing such important information.. so proud and thankful to you..❤️
Thanks bro 🙏
August 21, 2024 at 8:42 pm
Thanks for supporting me 🙏
Gopal Krishna Shukla
August 20, 2024 at 10:41 pm
महत्वपूर्ण और सुन्दर आलेख
Priyanka
August 21, 2024 at 8:09 am
महत्वपूर्ण जानकारी 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
धन्यवाद आपका ऋचा जी
धन्यवाद प्रिय मित्र!💐
August 21, 2024 at 3:14 pm
उत्साह वर्धन के लिए हार्दिक आभार और धन्यवाद । 🙏
Dipali Gangrade
August 21, 2024 at 2:16 pm
बहुत ही महत्त्वपूर्ण जानकारी
धन्यवाद प्रिय अनुजा!💐
August 21, 2024 at 8:45 pm
बहुत बहुत धन्यवाद और आशीर्वाद!💐
Sunita Kumari
August 21, 2024 at 3:49 pm
शानदार लेख ।
बहुत बहुत बधाई।
ऐसे ही लिखती रहें ।और महत्वपूर्ण जानकारी से सभी को जागरूक करें
Vinita Sharma
August 22, 2024 at 3:04 am
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P S Kumar
August 22, 2024 at 12:06 pm
Thanks respected Richa Ji for sharing such incredible knowledge enhanced article. Best of luck for upcoming posts…. Regards..
Guru Satyaram
September 1, 2024 at 8:16 am
Om-Shiva