loading

Tag: rahu ke upay

  • Home
  • Tag: rahu ke upay

शनि और राहु आपकी गृहस्थी को निगलने वाले ग्रह (Hindi & English)

शनि और राहु आपकी गृहस्थी को निगलने वाले ग्रह (Hindi & English)

हमारे कुंडली स्कैनिंग विद्या के अनुभव अनुसार सभी नवग्रहों में से शनिदेव और राहुदेव, यह दो ऐसे प्रमुख ग्रह हैं जिनके किसी भी प्रकार के ऊर्जा टकराव से बृहस्पति ग्रह के कारक फलों को क्षति अवश्य पहुंचती है। आपकी लग्न कुंडली के किसी भी भाव में शनि और राहु एकसाथ बैठ जाएं, कहीं पर भी बैठकर एक दूसरे पर सीधी दृष्टि डाल रहे हों, एक दूसरे के नक्षत्रों में बैठ जाएं तो गृहस्थी दोष नामक अशुभ योग निर्मित होता है जो उपायों के अति अभाव में पति और पत्नी के मध्य विच्छेद करवा सकता है। अगर शनि और राहु की यही सब स्तिथियां जातक के नवमांश में आ जाएं या वार्षिक गोचर में बन जाएं तो भी इस अशुभ योग की नकरात्मक ऊर्जा का प्रभाव देखने को मिलता है।

सर्वप्रथम यह जांचना होगा कि शनि और राहु के ऊपर क्या किसी भी शुभ ग्रह जैसे – चंद्रमा, बुध, गुरु या शुक्र की सीधी दृष्टि पड़ रही है? अगर ऐसा है तो साधारण उपायों द्वारा इस अशुभ योग की ऊर्जा को हटाया जा सकता है। अगर इससे ठीक विपरीत प्रभाव अर्थात शनि और राहु की दृष्टि शुभ ग्रहों पर पड़ रही हो तो अत्यधिक उपायों के परिश्रम पश्चात ही गृहस्थी सुख की प्राप्ति संभव हो सकती है। यह अशुभ योग जिस किसी भी जातक की लग्न कुंडली में बनता है तो वह जातक प्राकृतिक रूप से आकाश और पाताल मार्ग से ब्रह्माण्ड में स्तिथ नकरात्मक और पिशाचीय ऊर्जाओं को खींचता रहता है। ऐसी स्तिथि में उपायों द्वारा पहले इन दोनों ग्रहों (शनि+राहु) को हमारी स्कैनिंग विद्या में हमेशा के लिए अलग कर दिया जाता है फिर कुंडली में, आपके घर में तथा आपके शरीर में उपस्तिथ बृहस्पति ग्रह के ऊर्जा केंद्र की ताकत बढ़ाई जाती है।

इन सभी स्कैनिंग के उपायों पश्चात लगभग 06 से 08 माह पश्चात ही सकारात्मक ऊर्जा का आगमन संभव हो पाता है। मैं आपको यहां बुध ग्रह से संबंधित उपाय दे रहा हूं। जिनके प्रयोग से आपको धीरे-धीरे उत्तम गृहस्थी सुख की प्राप्ति संभव हो पायेगी। क्योंकि जितना अधिक बृहस्पति मजबूत होगा उतना अधिक बुध आंतरिक तौर पर शक्ति प्राप्त करते हुए बृहस्पति के आदेश की पालना में सभी ग्रहों में सबसे आगे बना रहेगा। हमेशा स्मरण रखिए कि अनावश्यक नकरात्मक ऊर्जा को सोखने की ताकत केवल बुध ग्रह को ही प्राप्त है।

शनि+राहु। पति-पत्नी को अलग करने वाला एक मनहूस योग।

01. प्रातः समय जब कड़ी धूप ना निकली हुई हो, उस समय पति-पत्नी दोनों जने एक साथ किसी भी पार्क में जहां चारों तरफ हरियाली ही हरियाली हो वहां रोज़ 20 मिनट अवश्य घुमा करें।

02. अवश्य ध्यान रखें कि घर की छत पर और घर के ईशान कोण पर बाथरूम नहीं होना चाहिए। इन्हें तुरंत ठीक करवाइए। विपरीत स्तिथि में घर में एक मीठा नीम (कड़ी पत्ता) का पौधा या छत पर दोनों जने मिलकर खूब सारी सब्जियां लगा दें।

03. हफ्ते में एक दिन समय निकालकर दोनों जने सब्जी खरीदने या कुछ भी घर के उपयोगी सामान खरीदने के लिए एक साथ बाहर अवश्य जाया करें।

04. रविवार के दिन अपने समार्थ्य अनुसार दोनों जने एक साथ अन्नदान की सेवा करा करें या भारतीय गौमाता के माथे को स्पर्श करते हुए उनकी अन्नसेवा करा करें।

-गुरु सत्यराम

++++++++++++++++++++++++++++++++++++++

Saturn and Rahu, the planets that swallow your household (Hindi & English)

According to our experience of Kundli Scanning Vidya, out of all the nine planets, Shani Dev and Rahu Dev are the two main planets whose energy clash of any kind definitely damages the results of Jupiter. If Saturn and Rahu sit together in any house of your Lagna Kundli, sit anywhere and look directly at each other, sit in each other’s constellations, then an inauspicious yoga called Grihasthi Dosh is formed, which can cause separation between husband and wife in the absence of extreme remedies. If all these situations of Saturn and Rahu come in the Navmansh of the native or are formed in the annual transit, then also the effect of the negative energy of this inauspicious yoga can be seen.

First of all, it has to be checked whether any auspicious planet like Moon, Mercury, Guru or Venus is looking directly at Saturn and Rahu? If this is the case, then the energy of this inauspicious yoga can be removed by simple remedies. If the effect is just opposite to this, that is, Saturn and Rahu are aspecting the auspicious planets, then only after a lot of hard work and measures can domestic happiness be achieved. If this inauspicious yoga is formed in the ascendant horoscope of any person, then that person naturally keeps drawing the negative and demonic energies present in the universe through the sky and underworld. In such a situation, through the measures, first these two planets (Saturn + Rahu) are separated forever in our scanning vidya, then the strength of the energy center of Jupiter present in the horoscope, in your house and in your body is increased.

After all these scanning measures, the arrival of positive energy is possible only after about 06 to 08 months. Here I am giving you the measures related to Mercury planet. By using which you will gradually be able to achieve excellent domestic happiness. Because the stronger Jupiter becomes, the more Mercury will gain internal power and will remain at the forefront of all the planets in following the orders of Jupiter. Always remember that only Mercury has the power to absorb unnecessary negative energy.

Saturn + Rahu. An inauspicious combination that separates husband and wife.

01. In the morning when the sun is not shining brightly, both husband and wife should go for a walk together in any park where there is greenery all around for 20 minutes.

02. Make sure that there should not be a bathroom on the roof of the house or in the northeast corner of the house. Get these fixed immediately. In the opposite situation, plant a sweet neem (curry leaf) plant in the house or both should plant a lot of vegetables together on the roof.

03. Take out time once a week and both should go out together to buy vegetables or any household useful items.

04. On Sunday, according to your capacity, both should together do the service of Annadaan or do the service of food to the Indian cow by touching its forehead.

-Guru Satyaram