एक स्त्री किन कारणों से अपने पति के लिए भाग्यशाली साबित होती हैं?(Hindi & English)
हमारे भारतीय सनातन परंपरा में स्त्री को “लक्ष्मी” का दर्जा दिया गया है। लक्ष्मी को सुख, ऐश्वर्य और सौभाग्य की देवी कहा जाता है। हमारे यहाँ यह भी कहा जाता है कि स्त्री ही एक “मकान” को “घर” बनाती है। यह भी स्त्रियों के ही हाथ में होता है कि वह घर को “स्वर्ग” बना दें या “नर्क”। साथ ही, हमारे यहां यह भी प्रचलित है कि एक पुरूष की सफलता के पीछे एक औरत का ही हाथ होता है। यदि स्त्री घर का माहौल सुंदर और सुकून वाला बनाकर रखे तो पुरूष घर के प्रति निश्चिंत रहता है और वह आसानी से अपनी नौकरी या व्यापार की जिम्मेदारियों का पूर्ण कौशल से निर्वाह कर सकता है, और अपने जीवन में सफलता की ऊंचाई को प्राप्त कर सकता है। तो आइए , हम यह जानने की कोशिश करते हैं कि वे कौन से कारण हैं जो एक स्त्री के माध्यम से उसके पति के लिए सौभाग्य का द्वार खोलते हैं।
01. त्याग
सबसे पहला और महत्वपूर्ण पॉइंट है स्त्री द्वारा किया जाने वाला त्याग। विवाह के बाद स्त्री अपने मायके से जब विदा होती है तो माता, पिता, भाई, बहन आदि रिश्ते-नातों को वह पीछे छोड़ देती है। और बड़ी ही सहजता एवम सरलता से अपने पति के पूरे परिवार को अपना लेती है। अपने परिवार और पति के लिए निजी जीवन में वह कितने छोटे-बड़े त्याग करती है, इसकी गिनती की जाय तो शायद सभी संख्याएं छोटी पड़ जाएंगी।अनेक बार वह अपने पति और परिवार के लिए, अपनी भूख, प्यास, नींद, आराम सबको त्याग करके सभी को सुख पहुंचाने का प्रयास करती है। कई बार महिलाओं को अपने परिवार, पति और बच्चों के लिए अपना अच्छा खासा कैरियर और मोटी तनख्वाह वाली नौकरी भी छोड़ते देखा गया है। पति-परिवार को आर्थिक संकटों से बचाने के लिए अपने स्त्री धन के गहने तक गिरवी रखने या बेचने के अनेक उदाहरण हैं।
02. समर्पण-
एक औरत अपने पति को पूरे हृदय से प्रेम करती है, उसकी सम्पूर्ण दुनियां उसके पति के इर्द गिर्द ही घूमती है। घर की साज सज्जा हो या खुद का बनाव श्रृंगार, वह अपने पति के चॉइस को ही महत्व देती है। यहां तक कि घर मे भोजन, नाश्ता भी अपने पति के पसन्द का ही बनाती है। वह अपने पति की खुशी में ही स्वयं की खुशी समझती है। वह घर का वातावरण ऐसा बनाने का प्रयास करती रहती है कि दिनभर का थका हारा पति घर लौटे तो उसे पूरा आराम मिले और मन प्रसन्न हो जाय। रात्रि में पति की सहचरी बनकर उसके शय्या सुख में भी पूरी तरह से समर्पित होकर उसका साथ देती है, और पति को संतुष्ट करती है।
03. देखभाल-
सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन कोई पुरूष कितना ही कठोर क्यों न हो, उसके भीतर एक नन्हा सा शिशु सदैव छुपा होता है। उसे हमेशा उसी तरह के स्नेह और देखभाल की ज़रूरत होती है जैसे एक माँ अपने बच्चे की करती है। एक समझदार स्त्री अपने पति की हर इच्छा को समझती है और वह उसी तरह से व्यवहार करती है। उसके दुःख तकलीफों में उसका पूरा साथ देती है। रोज़मर्रा के कार्यों में घर की देखभाल के साथ पति के लिए भोजन से लेकर कपड़े, जूते, मोजे, तक की एक दुरुस्त व्यवस्था बनाए रखती है। जब पति बीमार होता है तो वह एक माँ बनकर उसकी दवाइयों और जरूरतों का ख्याल रखती है, यहां तक कि उसके हाँथ-पांव भी दबाती है ताकि पति को सुकून मिले।
04. सहयोग और साथ-
एक सुलझी हुई स्त्री अपने पति के हर कार्य में सहयोग करती है और उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर उसके संघर्ष में उसका साथ देती है। जब कठिन फैसले लेने हों तो एक सच्चे मित्र की तरह उसे सलाह मशवरा देती है। जो पुरूष अपने हर फैसलों में अपनी पत्नी का परामर्श लेते हैं, उन्हें प्रायः सफलता की सीढ़ियों पर आसानी से चढ़ते देखा जा सकता है। एक पुरुष के लिए उसकी पत्नी उसकी वामंगी होती है, पत्नी के सलाह को लिए बगैर उसके निर्णय पूर्ण नहीं होते और तब उसे सफलता भी अधूरी ही मिलती है। वैसे तो स्त्रियां अपने घर गृहस्थी को ही अधिक महत्व देती हैं और उसी में खुश रहती हैं, लेकिन जब कभी घर में आर्थिक संकट आता है तो घर से बाहर जाकर नौकरी या व्यापार करने से भी नहीं झिझकतीं हैं। कई स्त्रियां अपने हुनर का इस्तेमाल करके घर बैठे ही कमाई करती हैं और पति को आर्थिक सहयोग भी देतीं हैं।
इस प्रकार से हम देख सकते हैं कि एक समझदार नारी अपने वैवाहिक जीवन की जिम्मेदारी को कुशलता पूर्वक निभाती हुए पुरुष को घर की कई समस्याओं से फ्री रखती है, ताकि पुरुष घर से बाहर निकलकर अपने व्यवसाय, या कैरियर को पूरी तरह से एकाग्र चित्त होकर उड़ान दे सके और सफल हो सके।
हमारे समाज की यह बड़ी विडम्बना रही है कि अनेक पुरुष अपने घर की लक्ष्मी की कद्र नहीं करते, अपनी पत्नी को अपने बराबरी का दर्जा नहीं देते, उसे मूर्ख और खुद से कमतर समझते हैं, जीवन में एक तरफा फैसले लेते हैं। ऐसे लोग अक्सर असफल और लक्ष्मी विहीन ही रहते हैं।
यद्यपि एक सफल पुरुष के जीवन में उसकी पत्नी की भूमिका को मैंने कुछ बिंदुओं में समेटने का प्रयास किया है, लेकिन सुधी पाठक जन कमेंट के ज़रिए अपना नज़रिया भी रख सकते हैं।
आशा करती हूँ मेरा यह प्रयास आपको पसन्द आया होगा।
आभार एवम धन्यवाद।
-एस्ट्रो ऋचा श्रीवास्तव
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What are the reasons why a woman proves to be lucky for her husband?(Hindi & English)
In our Indian Sanatan tradition, a woman has been given the status of “Lakshmi”. Lakshmi is called the goddess of happiness, prosperity and good fortune. It is also said here that a woman makes a “house” a “home”. It is also in the hands of women to make the house “heaven” or “hell”. Also, it is also popular here that a woman is behind the success of a man. If a woman keeps the atmosphere of the house beautiful and peaceful, then the man remains relaxed about the house and he can easily perform the responsibilities of his job or business with full skill, and can achieve the heights of success in his life. So let us try to know what are those reasons which open the door of good fortune for her husband through a woman.
01. Sacrifice
The first and most important point is the sacrifice made by a woman. When a woman leaves her maternal home after marriage, she leaves behind her mother, father, brother, sister and other relations. And with great ease and simplicity, she accepts her husband’s entire family. If we count the number of small and big sacrifices she makes in her personal life for her family and husband, then perhaps all the numbers will fall short. Many times, for her husband and family, she sacrifices her hunger, thirst, sleep, comfort and tries to bring happiness to everyone. Many times, women have been seen giving up their good career and high paying job for their family, husband and children. There are many examples of mortgaging or selling the jewellery of their Stridhan to save their husband and family from financial crises.
02. Dedication-
A woman loves her husband with all her heart, her whole world revolves around her husband. Whether it is decorating the house or her own makeup, she gives importance to her husband’s choice. Even the food and breakfast at home is prepared according to her husband’s choice. She finds her happiness in her husband’s happiness. She tries to create such an atmosphere in the house that when her husband returns home tired after a long day, he gets complete rest and is happy. At night, she becomes her husband’s companion and supports him in his bed pleasures by devoting herself completely, and satisfies her husband.
03. Care-
It may sound strange, but no matter how tough a man is, there is always a little child hidden inside him. He always needs the same kind of affection and care as a mother does for her child. An intelligent woman understands every wish of her husband and behaves accordingly. She supports him completely in his sorrows and troubles. Along with taking care of the house in the daily chores, she maintains a proper system for her husband from food to clothes, shoes, socks. When the husband is sick, she takes care of his medicines and needs like a mother, she even massages his hands and feet so that the husband gets relief.
04. Cooperation and companionship-
A mature woman cooperates with her husband in every task and stands shoulder to shoulder with him in his struggle. When difficult decisions have to be taken, she advises him like a true friend. Men who consult their wives in every decision can often be seen climbing the ladder of success easily. For a man, his wife is his left hand, without taking advice from his wife, his decisions are not complete and then he gets incomplete success. Although women give more importance to their household and remain happy in it, but whenever there is a financial crisis at home, they do not hesitate to go out of the house and do a job or business. Many women earn money sitting at home by using their skills and also provide financial support to their husbands.
In this way we can see that a wise woman, while efficiently fulfilling the responsibility of her married life, keeps the man free from many problems of the house, so that the man can go out of the house and give full concentration to his business or career and become successful.
It has been a big irony of our society that many men do not respect the Lakshmi of their house, do not give their wife equal status, consider her foolish and inferior to themselves, take one-sided decisions in life. Such people often remain unsuccessful and Lakshmi-less.
Although I have tried to summarise the role of a wife in the life of a successful man in a few points, but the intelligent readers can also give their views through comments.
I hope you liked my effort.
Gratitude and thanks.